मुस्कान

रात के 12 बजे ऊनींदे फ़ोन देखती हूँ। whatsapp में तुम्हारी तस्वीर है। नींद भरी आंखों में अचानक तुम्हारी मुस्कान पर ध्यान जाता है तो लगता है मेरे कान्हां जी क्या जी क्या ऐसे ही मोहिनी मुस्कान मुस्कियाते होंगे जो तुम मुस्कियाते हो,कुछ तो अंश है तुम्हारी मुस्कान में उनका भी... कुछ दिन पहले एक आर्टिकल पढ़ रही थी  कि महाभारत में कृष्ण की कास्टिंग उनकी स्माइल के कारण हुयी थी। यही सब अलाय बलाय सोचती हूँ  भीतर आधी आधी रात जाग के।
क़सम से, इतना प्यार उमड़ा है कि लगा डूब जाऊँगी अब तो । मोह हुआ जाता है तुम्हारी हर बात से। जाने कब मिलोगे अब ..किस कहानी में मुकम्मल होगा शहर कोई। किस सपने में मिलोगे गले और चूमोगे माथा...कहोगे कि याद रहा मेरा बहुत कुछ तुम्हें। कविता की लय तुम...बीच नींद का जादू तुम...जीवन का सुकून तुम। सपना... सब कुछ सपना ही बस। ...

Comments

Popular posts from this blog

तुम और मैं💕

आँख का पानी