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Showing posts from March, 2019

आँख का पानी

प्रेमी ने कहा, सुनो प्रेयसी, मुझे तुम्हारी खिल-खिल बहती हँसी बहुत पसन्द है। ऐसे लगता है मेरे प्राण की बंसी पर तुम्हारी हँसी की फूंक से जीवन-संगीत उपजता है। जैसे पहाड़ी नदी की ...

मुस्कान

रात के 12 बजे ऊनींदे फ़ोन देखती हूँ। whatsapp में तुम्हारी तस्वीर है। नींद भरी आंखों में अचानक तुम्हारी मुस्कान पर ध्यान जाता है तो लगता है मेरे कान्हां जी क्या जी क्या ऐसे ही मोहिन...